
बवासीर में क्या खाएं और क्या नहीं? बेस्ट और वर्स्ट फूड्स | Piles Diet Chart in Hindi
क्या बवासीर (Piles) की वजह से आप हर दिन दर्द, जलन और बेचैनी झेल रहे हैं? अगर हां, तो आपको पता होना चाहिए कि आपकी डाइट यानी आपकी रोज़मर्रा की खाने-पीने की आदतें इस समस्या को या तो बढ़ा सकती हैं, या फिर ठीक करने में मदद कर सकती हैं।
जी हां — बवासीर में सही खानपान अपनाकर आप काफी हद तक अपने लक्षणों को कंट्रोल कर सकते हैं। ये न केवल दर्द और सूजन कम करता है, बल्कि मलत्याग को भी आसान बनाता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बवासीर में क्या खाना चाहिए, कौन-से फूड्स से परहेज़ करना ज़रूरी है, और कौन-सी लाइफस्टाइल टिप्स और ट्रीटमेंट्स अपनाकर आप इस परेशानी से राहत पा सकते हैं।
बवासीर (Piles) क्या है?
बवासीर या पाइल्स एक ऐसी स्थिति है, जिसमें गुदा (Anus) और मलाशय (Rectum) की नसें सूज जाती हैं और दर्द, जलन व ब्लीडिंग का कारण बनती हैं।
यह समस्या अक्सर कब्ज़, फाइबर की कमी, और लगातार बैठे रहने की आदत के कारण होती है। डाइट में सही बदलाव करके इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
बवासीर में क्या खाएं? (Best Foods for Piles in Hindi)
फाइबर और पानी से भरपूर डाइट बवासीर में सबसे ज़्यादा फायदेमंद मानी जाती है। ये मल को नरम बनाकर मलत्याग आसान करती है और सूजन कम करती है।
बवासीर में खाने वाले बेस्ट फूड्स:
- फलों में: पपीता, सेब, अनार, केला, संतरा, तरबूज
- सब्जियों में: पालक, मेथी, शलजम, गाजर, भिंडी, टमाटर
- अनाज: ओट्स, दलिया, मल्टीग्रेन ब्रेड, ब्राउन राइस
- दालें: मूंग दाल, मसूर दाल, चना
- नट्स और बीज: अलसी, सूरजमुखी बीज, अखरोट
- तरल पदार्थ: नारियल पानी, छाछ, गुनगुना पानी, हर्बल टी
रोज़ाना 2-3 लीटर पानी पीना बेहद ज़रूरी है ताकि मल नरम रहे।
बवासीर में क्या नहीं खाना चाहिए? (Worst Foods for Piles in Hindi)
कुछ फूड्स ऐसे होते हैं, जो बवासीर की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इनसे परहेज़ करना ही बेहतर है।
बवासीर में इन चीज़ों से बचें:
- मसालेदार और तला-भुना खाना
- फास्ट फूड (पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स)
- रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट
- जंक फूड और प्रिजर्व्ड फूड
- बहुत ज्यादा चाय और कॉफी
- शराब और सिगरेट
- बहुत ज्यादा चीनी और मिठाइयाँ
- मैदा और रिफाइंड फूड
इनसे कब्ज़ और जलन बढ़ती है, जिससे बवासीर और तकलीफदेह हो जाती है।
बवासीर में अपनाएं ये लाइफस्टाइल टिप्स
- हर दिन 30 मिनट टहलें या हल्की एक्सरसाइज करें।
- खाना समय पर और धीरे-धीरे चबाकर खाएं।
- कभी भी मल को रोक कर न रखें।
- लंबे समय तक बैठने से बचें।
- गुनगुने पानी से Sitz bath लें।
- तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें।
बवासीर का इलाज (Piles Treatment in Hindi)
अगर डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव से आराम न मिले, तो मेडिकल ट्रीटमेंट लेना ज़रूरी है।
दवाइयां
- दर्द और सूजन कम करने वाली क्रीम
- स्टूल सॉफ्टनर
- आयुर्वेदिक दवा (जैसे पतंजलि अरशक वटी)
मेडिकल प्रोसीजर
- रबर बैंड लिगेशन
- स्क्लेरोथेरेपी
- लेजर सर्जरी (कम दर्द और जल्दी रिकवरी)
- ओपन सर्जरी (गंभीर केस में)
अपने डॉक्टर से परामर्श कर सही इलाज का चुनाव करें।
FAQ – बवासीर में खानपान और इलाज से जुड़े सवाल
Q. बवासीर में कौन-सा फल सबसे फायदेमंद है?
पपीता और अनार बवासीर में सबसे ज़्यादा फायदेमंद माने जाते हैं।
Q. बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं?
हल्का गुनगुना दूध ले सकते हैं, लेकिन ज्यादा क्रीम वाला या फुल फैट दूध कब्ज़ बढ़ा सकता है।
Q. क्या बवासीर बिना ऑपरेशन ठीक हो सकती है?
हां, शुरुआती स्टेज में डाइट, दवा और लाइफस्टाइल सुधार से कंट्रोल किया जा सकता है।
Q. बवासीर में सबसे खतरनाक चीज़ कौन-सी है?
तला-भुना और मसालेदार खाना बवासीर में सबसे ज्यादा तकलीफ देता है।
Conclusion
बवासीर एक ऐसी समस्या है, जिसे अगर सही डाइट और लाइफस्टाइल से कंट्रोल किया जाए, तो सर्जरी की नौबत नहीं आती। आपकी प्लेट में क्या है, वही आपकी सेहत तय करता है।
अगर आप भी बवासीर की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो आज ही अपनी डाइट में फाइबर और लिक्विड बढ़ाएं, मसालेदार और फास्ट फूड से दूरी बनाएं। साथ ही, समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर ज़रूरी इलाज शुरू करें।
याद रखिए — सही खानपान और थोड़ी-सी सावधानी से आप इस तकलीफ को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
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