
मेनोरेजिया (अत्यधिक मासिक धर्म) क्या है? कारण, लक्षण और इलाज
क्या आपको हर महीने पीरियड्स के दौरान जरूरत से ज़्यादा ब्लीडिंग होती है? क्या ये आपकी दिनचर्या, सेहत और मानसिक स्थिति पर भी असर डाल रही है? अगर हां, तो यह मेनोरेजिया (Menorrhagia) हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं को सामान्य से अधिक और लंबे समय तक पीरियड्स होते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि मेनोरेजिया क्या है, इसके लक्षण, कारण, इलाज और इससे जुड़ी जरूरी सावधानियां। साथ ही, हम आपको ऐसी लाइफस्टाइल टिप्स भी देंगे, जो इस समस्या को मैनेज करने में मदद करेंगी।
अगर आप या आपके किसी अपने को इस तरह की समस्या हो रही है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद मददगार साबित होगी।
मेनोरेजिया (Menorrhagia) क्या है?
मेनोरेजिया एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें पीरियड्स के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग होती है। आमतौर पर मासिक धर्म 4-7 दिन तक रहता है और 30-40 मिलीलीटर खून निकलता है। लेकिन मेनोरेजिया में 80 मिलीलीटर या उससे ज़्यादा खून निकलता है और पीरियड्स 7 दिन या उससे अधिक चल सकते हैं।
यह समस्या किसी भी उम्र की महिला को हो सकती है, लेकिन ज़्यादातर ये 30-45 साल की महिलाओं में देखी जाती है।
मेनोरेजिया के लक्षण (Menorrhagia Symptoms in Hindi)
अगर आपके साथ ये लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- हर घंटे में एक या उससे ज्यादा पैड/टैम्पॉन भीग जाना
- रात में उठकर बार-बार पैड बदलने की ज़रूरत
- पीरियड्स का 7 दिन से ज्यादा चलना
- खून के बड़े-बड़े थक्के निकलना
- कमजोरी, थकान और सांस फूलना
- चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस होना
मेनोरेजिया के कारण (Causes of Menorrhagia)
इस समस्या के पीछे कई वजहें हो सकती हैं, जैसे:
- हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)
- फाइब्रॉएड्स या पॉलिप्स (Fibroids / Polyps)
- एंडोमेट्रियोसिस
- थायरॉयड की समस्या
- ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर
- गर्भनिरोधक गोलियों का साइड इफेक्ट
- गर्भाशय का कैंसर (Rare case)
मेनोरेजिया का इलाज (Menorrhagia Treatment in Hindi)
इसका इलाज इसके कारण और लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है।
दवाइयां (Medicines)
- Iron supplements — एनीमिया रोकने के लिए
- Painkillers (NSAIDs) — दर्द और सूजन कम करने के लिए
- Hormonal pills — हार्मोन बैलेंस करने के लिए
- Tranexamic acid — खून का बहाव कम करने के लिए
मेडिकल प्रोसिजर
- D&C (Dilation and Curettage) — गर्भाशय की सफाई
- Endometrial ablation — गर्भाशय की परत को हटाना
- Myomectomy — फाइब्रॉएड्स निकालना
- Hysterectomy — गंभीर केस में गर्भाशय निकालना
सही इलाज के लिए गाइनोकॉलॉजिस्ट से समय पर जांच कराना बहुत ज़रूरी है।
मेनोरेजिया में अपनाएं ये लाइफस्टाइल टिप्स
- आयरन और फॉलिक एसिड युक्त भोजन लें
- बहुत अधिक स्ट्रेस ना लें
- हल्का व्यायाम और योग करें
- धूम्रपान और शराब से परहेज़ करें
- गुनगुने पानी से सिकाई करें
- ज्यादा ब्लीडिंग में तुरंत डॉक्टर से मिलें
Conclusion
मेनोरेजिया एक ऐसी समस्या है, जिसे नज़रअंदाज करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। अगर पीरियड्स के दौरान असामान्य रूप से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है या कमजोरी महसूस हो रही है, तो इसे हल्के में न लें।
समय रहते डॉक्टर से संपर्क करें, सही जांच और इलाज कराएं। इससे ना सिर्फ आपकी सेहत बेहतर रहेगी, बल्कि आपकी लाइफ क्वालिटी भी सुधरेगी।
अगर आप चाहें, तो अभी अपनी नजदीकी गाइनोकॉलॉजिस्ट से अपॉइंटमेंट बुक करें और खुद का ख्याल रखें।
FAQ – मेनोरेजिया को लेकर सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले सवाल
Q. मेनोरेजिया कितनी खतरनाक है?
👉 अगर समय रहते इलाज न हो, तो यह एनीमिया और दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम का कारण बन सकती है।
Q. क्या मेनोरेजिया का इलाज संभव है?
👉 हां, दवाइयों और मेडिकल प्रोसिजर से इसका सफल इलाज संभव है।
Q. क्या होम रेमेडीज से मेनोरेजिया कम किया जा सकता है?
👉 हल्के मामलों में आयरन रिच डाइट, योग, और स्ट्रेस मैनेजमेंट मददगार हो सकते हैं।
Q. मेनोरेजिया किस उम्र में ज्यादा होती है?
👉 आमतौर पर 30-45 साल की महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है।